
हैवानियत की हदें पार! यूक्रेनी महिलाओं का रेप कर गोली मार रहे रूसी सैनिक, रिपोर्ट में दावा
युद्ध चाहे किसी भी देश के बीच हो, कत्ल हमेंशा इंसानियत का होता है। इसी दुनिया के एक कोने में पिछले दो महीनों से इंसानित को तिल-तिलकर मारा जा रहा है। थोड़ी सी जमीन की हवस ने इंसान को दरिंदा बना दिया है जो इंसानियत भूल मासूम लोगों को गाजर मूली की तरह काट रहा है। ये सबकुछ घट रहा है यूक्रेन में जिसे दो महीनों से रूस रौंद रहा है। यूक्रेन में जगह-जगह सामूहिक कब्रिस्तान मिल रहे हैं जहां एक साथ कई लोगों को मारकर गाड़ा गया है। पहले बूचा शहर में सामूहिक कब्रिस्तान मिला और अब राजधानी कीव से करीब चालीस किलोमीटर दूर एक और ऐसा ही सामूहिक कब्रिस्तान मिला है।
खबर सिर्फ इतनी नहीं है। इन कब्रों से लाशें निकालकर जब उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है तो उसमें दिल दहला देने वाली हकीकत सामने आ रही है। डॉक्टरों का दावा है कि जिन महिलाओं की लाशें कब्र से निकाली जा रही है उनके साथ पहले रेप किया गया है और फिर उन्हें प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई है।
यूक्रेनी फॉरेंसिक डॉक्टर ब्लादिसलेव पेरोवस्की और उनकी टीम कीव के पास मिले सामूहिक कब्रगाह से लाशों को निकालकर उनका पोस्टमार्टम कर रहे हैं। डॉ ब्लादिसलेव के मुताबिक उन्होंने फोरेंसिक जांच में पाया कि जिन यूक्रेनी महिलाओं को मारकर कब्र में गाड़ा गया उनके साथ पहले रेप हुआ था। डॉ. ब्लादिसलेव ने कहा कि वो इससे ज्यादा और जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि उनको और उनकी टीम को अभी कई सौ लाशों की जांच कर डाटा तैयार करना है।
डॉ. ब्लादिसलेव और उनकी टीम बूचा, इरपिन और बोरोदियांका शहर से निकली लाशों का भी पोस्टमार्टम कर रही है। आरोप है कि रूसी सैनियों ने इन जगहों पर नरसंहार किया है। जानकारी के मुताबिक डॉ. ब्लादिसलेव और उनकी टीम हर रोज 15 बॉडी की जांच करती है। इनमें से कई लाशें सड़ चुकी हैं और बहुत बुरी हालत में है।
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. ब्लादिसलेव ने बताया- कई लाशें ऐसी हैं जिन्हें पहचानना नामुमकिन है। कई लोगों के चेहरे को बुरी तरह कुचला गया है। हमें उनके शरीर के अवशेश जोड़ने पड़ रहे हैं। कई बार ऐसी बॉडी भी मिलती है जिसके ऊपर सिर नहीं है।